हर घर और हर नल में सुरक्षित पेयजल हमारा दृढ़ संकल्प है : मंत्री यादव
मंत्री प्रदीप यादव ने कहा है कि सरकार प्रत्येक नेपाली नागरिक के घर व नल तक सुरक्षित पेयजल पहुंचाने के लिए दृढ़ संकल्प के साथ आगे बढ़ रही है।
मंत्री यादव ने आज इलाम में श्री अंतु समालबुंग पेयजल परियोजना का उद्घाटन करते हुए कहा कि चूंकि देश की विभिन्न ग्रामीण बस्तियों में स्वच्छ पेयजल की कमी के कारण अभी भी अनेक समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं, इसलिए उन समस्याओं का समाधान करना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
उन्होंने कहा, "पेयजल समस्या के कारण आज भी देश के कई हिस्सों में नागरिकों को स्थानांतरित होना पड़ रहा है। सरकार ने पेयजल समस्या के समाधान के लिए ठोस योजनाएं बनाई हैं। हम पेयजल के लिए स्थानांतरित होने की स्थिति को समाप्त कर देंगे।"
इसी प्रकार, उन्होंने कहा कि सरकार आगामी वित्तीय वर्ष 2082/83 में सभी नागरिकों को स्वच्छ एवं गुणवत्तापूर्ण पेयजल उपलब्ध कराएगी तथा स्वच्छता क्षेत्र में निवेश बढ़ाकर सतत विकास के लक्ष्य को प्राप्त करेगी।
उन्होंने कहा, "आपदाओं के कारण नष्ट हुई पेयजल परियोजनाओं और अधूरी पेयजल परियोजनाओं की मरम्मत करके हम स्थानीय स्तर और उपभोक्ताओं के सह-निवेश से एकीकृत तरीके से पेयजल परियोजनाओं का संचालन करेंगे, जिससे पानी की पहुंच बढ़ेगी।"
मंत्री यादव ने कहा कि पूरा मंत्रालय आगामी वर्ष में सभी नागरिकों को स्वच्छ एवं गुणवत्तापूर्ण पेयजल उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। "मैं अपनी बात पर अडिग रहने वाला व्यक्ति हूं। मैं वर्तमान में देश के सुदूर एवं सुगम स्थानों तक अपनी आजीविका के अनुरूप नागरिकों के घरों तक स्वच्छ पेयजल पहुंचाने के उद्देश्य से पहुंच रहा हूं। मैं निश्चित रूप से नागरिकों को स्वच्छ एवं गुणवत्तापूर्ण पेयजल उपलब्ध कराऊंगा।"
उन्होंने कहा कि पूर्व में अधूरी पड़ी तथा बाढ़ से क्षतिग्रस्त पेयजल परियोजनाओं का निर्माण पूरा किया जा रहा है। उन्होंने कहा, "जब से मैंने मंत्रालय संभाला है, अधूरी पेयजल परियोजनाएं पूरी की गई हैं। अब सिंह दरबार से दूरदराज के क्षेत्रों में स्वच्छ पेयजल वितरित किया जा रहा है।"
पेयजल एवं सीवरेज प्रबंधन विभाग के निदेशक इंजीनियर राम कुमार श्रेष्ठ ने बताया कि इलम में श्री अंतु समालबुंग पेयजल परियोजना से सूर्योदय नगर पालिका-4 एवं 5 के लगभग 2,134 घरों एवं 11,769 लोगों को सीधा लाभ मिलेगा।
उनके अनुसार, अब तक कुल 250 घरों को इस पेयजल प्रणाली से जोड़ा जा चुका है और इस योजना के तहत दो स्रोतों (सिद्धि खोला और श्री अंतु खोला) से पानी एकत्र किया जाता है। यह परियोजना कुशल और विश्वसनीय आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए पम्पिंग और गुरुत्वाकर्षण दोनों प्रणालियों पर आधारित है।
यह योजना 15 वर्ष की दीर्घकालिक सेवा अवधि के लिए तैयार की गई है तथा इसमें भविष्य की जनसंख्या वृद्धि को भी ध्यान में रखा गया है। परियोजना को पूरा करने की कुल लागत रु. 377.2 मिलियन. जल आपूर्ति एवं सीवरेज प्रबंधन विभाग ने कहा है कि लागत का 10 प्रतिशत हिस्सा स्थानीय समुदाय द्वारा दिया गया है।
श्री अंतु समालबुंग पेयजल परियोजना इलम जिले के जिला मुख्यालय से 47 किलोमीटर दूर स्थित है। इसका क्षेत्रफल 18.8 वर्ग किलोमीटर है। महानिदेशक ई. श्रेष्ठ ने बताया कि यह समुद्र तल से 957 से 1,800 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है।
उन्होंने कहा, "आम उपभोक्ताओं की मांग को ध्यान में रखते हुए, सिद्धि और अंतुखोला नदियों के संगम पर महेंद्र बेन्सी स्रोत से पानी को पंपिंग प्रणाली के माध्यम से क्षेत्र के ऊपरी हिस्सों में वितरित करने की परियोजना सहित इस परियोजना का निर्माण, सूर्योदय नगर पालिका द्वारा अनुशंसित वित्तीय वर्ष 2078/79 में शुरू हो गया है।" यह परियोजना जल आपूर्ति एवं सीवरेज प्रबंधन विभाग के अंतर्गत केन्द्रीय जल आपूर्ति परियोजना के अंतर्गत संघीय जल आपूर्ति एवं सीवरेज प्रबंधन परियोजना, इलम से संचालित की जा रही है।
श्री अंतु समालबुंग पेयजल परियोजना उपभोक्ता समिति के अध्यक्ष राजू बोमजन की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम में इलम क्षेत्र क्रमांक 1 प्रतिनिधि सभा सदस्य महेश बसनेत, कोशी प्रांतीय विधानसभा सुशासन एवं योजना समिति के अध्यक्ष खगेश्वरी पौडेल (बंदना), प्रांतीय विधानसभा सदस्य एवं पूर्व मंत्री शमशेर राय, सूर्योदय नगर पालिका के मेयर राणा बहादुर राय, मुख्य जिला अधिकारी कल्पना श्रेष्ठ, संघीय जलापूर्ति एवं सीवरेज प्रबंधन परियोजना इलम के प्रमुख उत्सव पोखरेल सहित अन्य स्थानीय लोग उपस्थित थे।
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