'भारतीय कोरोना वैक्सीन' के आगे नतमस्तक हुयी 'दुनिया' (वीडियो सहित) - Nai Ummid

'भारतीय कोरोना वैक्सीन' के आगे नतमस्तक हुयी 'दुनिया' (वीडियो सहित)


भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान शुरू कर विश्व को अचंभित कर दिया है। इसके डंके की चोट पूरी दुनिया को सुनाई दे रहा है। आखिर हो भी क्यों न जब विकसित देश सभी संसाधन होते हुए भी कोरोना महामारी से लड़ने में असहाय नजर आ रहे थे, उस कठिन समय में प्रधानमंत्री मोदी के मार्गदर्शन में डाक्टरों और वैज्ञानिकों ने दो स्वदेशी वैक्सीन ‘कोविशील्ड’ और ‘कोवैक्सीन’ बनाकर विश्व समुदाय के सामने फिर अपने टैलेंट और सामथ्र्य का लोहा मनवा लिया है। 

यही कारण है कि दुनिया के जरूरतमंद देशों को निशुल्क वैक्सीन पहुंचाने पर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भारत और पीएम नरेंद्र मोदी की तारीफ की है।

वीडियो यहाँ देखें - https://youtu.be/VcuudHXedJs



डब्ल्यू एचओ के महानिदेशक एड्रोस अधनोम ने ट्वीट के जरिए कहा ‘ग्लोबल कोविड-19 रेस्पांस को लगातार सपोर्ट देने के लिए भारत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का शुक्रिया। अगर हम मिलकर काम करेंगे, ज्ञान साझा करेंगे, तो ही इस वायरस को रोक सकते हैं और जिंदगियां बचा सकते हैं।’

ब्राजीली वैज्ञानिकों का कहना है कि चीन की कोरोना वैक्सीन साइनोफार्म केवल 50 प्रतिशत असरदार है। इस निष्कर्ष के आते ही तमाम वो देश जिन्होंने चीनी टीके के लिए बडे़-बडे़ आर्डर दिए थे, वो अब इस पर सवाल करने लगे हैं। उन्हीं में बहुत से देशों ने अब भारत से वैक्सीन भेजने का अनुरोध किया है।

नेपाल :- भारत ने कोविड-19 संकट में सदियों पुराने दोस्त नेपाल का साथ नहीं छोड़ा। पहले पीपीई किट और वेंटिलेटर्स जैसे जरूरी सामान देकर साथ निभाया तो अब कोरोना टीके के 10 लाख डोज भेजे हैं। इस मदद से पड़ोसी देश नेपाल गदगद है और राजनीतिक संकट का सामना कर रहे पीएम केपी ओली ने भारतीय समकक्ष की जमकर तारीफ की है।

केपी ओली ने ट्विटर पर कहा, ‘ऐसे अहम समय पर जब भारत ने अपने लोगों के लिए टीकाकरण की शुरुआत की है, नेपाल को 10 लाख टीके के उदार अनुदान के लिए मैं पीएम नरेंद्र मोदी जी, सरकार और भारत के लोगों को धन्यवाद देता हूं।’ अगले ट्वीट में ओली ने लिखा, ‘नेपाल एक दोस्ताना पड़ोसी के रुख की सराहना करता है।’

लाखों डोज मित्रों को दे चुका है भारत

भारत कोरोना महामारी से निपटने में अपने पड़ोसी देशों के साथ मित्र देशों को भी दिल खोलकर मदद कर रहा है। भारत ने पिछले कुछ दिनों में भूटान, मालदीव, नेपाल, बांग्लादेश, समेत ब्राजील, मोरक्को जैसे मित्र देशों को वैक्सीन की लाखों डोज डोनेशन के रूप में भेजी हैं। भूटान को 1.5 लाख डोज, मालदीव को 1 लाख डोज, नेपाल 10 लाख डोज, बांग्लादेश 20 लाख डोज, म्यांमार को 15 लाख डोज, मारिशस को 1 लाख डोज और सेशेल्स को 50,000 डोज भारत भेज चुका है। वहीं अगले चरण में श्रीलंका, दक्षिण अफ्रीका, सऊदी अरब और अफगानिस्तान को भी टीके भेजने की तैयारी है। 

संजीवनी बूटी

भारत की पूरी दुनिया में तारीफ हो रही है। इससे पहले ब्राजील के राष्ट्रपति जेयर बोल्सो नारो ने तो भारत की वैक्सीन को ‘संजीवनी बूटी’ बताते हुए भारत को धन्यवाद दिया। 

बांग्लादेश 

बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने भी मोदी को आक्सफर्ड-एस्ट्राजेनेका के कोविड-19 टीकों की 20 लाख खुराक भेजने के लिए शुक्रिया अदा किया है। हसीना ने ट्वीट कर कहा, ‘मैं प्रधानमंत्री मोदी को उपहार के रूप में वैक्सीन भेजने के लिए धन्यवाद देती हूं, मुझे उम्मीद है कि बांग्लादेश को कोविड-19 महामारी से छुटकारा मिलेगा।

दुनिया के 92 देशों ने टीके के लिए संपर्क किया

बता दें कि दुनिया में करीब 92 देशों ने कोविड -19 टीकों के लिए भारत से संपर्क किया है। भारत में बनाई गई दोनों कोरोना वैक्सीन दुनिया में सबसे सस्ती हैं और इन्हें आसानी से कहीं भी स्टोर किया जा सकता है। वहीं अमेरिका और चीन के टीकों के साथ ये सुविधा नहीं है। इसके अलावा इलाज की क्षमता के मामले में भी भारतीय टीकों को सेफ माना जा रहा है।

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