भ्रष्टाचार नहीं करुंगा और पारदर्शी तरीके से अपनी जिम्मेवारी पूरा करुंगा - खेलानंद दास
‘खेलानन्द कुमार दास’ हाम्रो नेपाल पार्टी की ओर से सप्तरी निर्वाचन क्षेत्र नं. 2 (ख) से प्रदेश सभा सदस्य उम्मीदवार हैं। इनसे ‘नई उम्मीद’ के प्रतिनिधि ने विस्तार से बातचीत की। प्रस्तुत है बातचीत के मुख्य अंश:-
आपको क्या लगता है कि संघीय लोकतांत्रिक गणराज्य के पहले हाउस आफ रिप्रेजेंटेटिव्स और प्रांतीय विधानसभाएं कितनी सफल थीं?
- संघीय लोकतांत्रिक गणराज्य के पहले हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स और प्रांतीय विधानसभाएं सफल नहीं हो पायी। संसद से लेकर सभी प्रदेश सभा राजनीतिक दलों के टूट-फूट गुट का शिकार हो गयी।
पहली संसद और राज्य विधानसभा द्वारा किए जाने वाले मुख्य कार्य क्या हैं?
- संविधान लागू होने के तीन साल के भीतर तकरीबन तीन सौ कानून बनाने थे। जिसमें 10 प्रतिशत ही कानून बने। न तो राज्यकर्मियों के कानून वन पाए न तो नागरिकता कानून बन पाया। प्रदेश को भी प्रहरी कानून बनाने नहीं दिया गया। संसद और प्रदेश सभाओं को जनता के लिए स्वस्फूर्त रुप से कार्य करने नहीं दिया। सरकार ने नीहित स्वार्थ के लिए जब चाहा संसद का पट खोला और बंद कर दिया। एक चैथाई समय तो संसद को विघटन विवाद का ही शिकार रहना पडा ।
आपके विचार में इस देश में संघीय व्यवस्था क्यों आवश्यक थी?
- सदियों से जनता पर जुल्मों सितम होते आया था। जनता का कोई पहचान नहीं था। विकास का काम नहीं हो पा रहा था। इसलिए अपनी पहचान के लिए, अपनी मर्जी से शासन चलाने के लिए और विकास का काम खुद से कर पाने के लिए संघीय व्यवस्था आवश्यक था। लेकिन जनप्रतिनिधियों की नाकामी की वजह से जनता आज भी खुद को उसी जगह पर खड़ी महसूस कर रही है ।
आपके विचार से संघीय व्यवस्था के संस्थागत विकास में कितनी प्रगति हुई है?
- शायद कुछ भी नहीं। संघीय व्यवस्था के पक्षधर का स्वर धीमा है, विरोधियों की आवाज हावी होती गयी।
राजनीतिक दलों के गठबंधन में इतने बदलाव क्यों हैं? क्या यह स्वस्थ और सुखद है?
- गठबन्धन की जरुरत, उनकी अपनी नाकामियों के कारण हुआ है। वे जनहित में नहीं, भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। जनप्रिय काम न करने के कारण उन दलों पर जनता का और जनता पर उन दलों का भरोसा नहीं रहा। यह दुखद है।
क्या आपने अनुभव किया है कि देश, राज्य, जिला और स्थानीय स्तर पर आर्थिक विकास में कौन सी बाधाएँ आती हैं?
- भ्रष्टाचार सब से बड़ी बाधा है । कानून को काम न करने देना दूसरा कारण है। जन जागरण की कमी तीसरा और ऐसा ही और भी कारण हैं ।
संसद सदस्य के रूप में, आप अपने चुनावी क्षेत्रको किस तरह देखते हैं?
- राजविराज को पहले गाविस कहा जाता था। आज भी गाउँपालिका न कहें ऐसा कोई कारण नहीं है।
पार्टियों द्वारा चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन और चुनाव आयोग के स्पष्टीकरण की इतनी सारी खबरों का कारण क्या है?
- कुछ मिस्टेक तो हो जाते हैं। लेकिन उसे सुधार लेना चाहिए। लेकिन कुछ दल अपने को जनता, चुनाव आयोग और संविधान से भी बडे़ मानते हैं।
नागरिकता प्रमाणपत्र के सवाल पर अन्तरविरोध का सबसे अहम् कारण क्या हो सकते है?
- जनविरोधी ताकत को फिर से ताकतवर बना दिया गया है।
आपको ही मत दिए जायं इसका कोइ दो कारण बताएं?
- पहला मै जनसेवा लिप्त युवाओं का एक हिस्सा हूॅं। दूसरा मैं भ्रष्टाचार नहीं करुंगा और पारदर्शी तरीके से अपनी जिम्मेवारी पूरा करुंगा।
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