शिक्षा, स्वास्थ्य में अमूल्य परिवर्तन लाएंगे - सतिश सिंह
‘सतिश कुमार सिंह’ जनमत पार्टी की ओर से सप्तरी निर्वाचन क्षेत्र नं. 2 (क) से प्रदेश सभा सदस्य उम्मीदवार हैं। इनसे ‘नई उम्मीद’ के प्रतिनिधि ने विस्तार से बातचीत की। प्रस्तुत है बातचीत के मुख्य अंश:-
आपको क्या लगता है कि संघीय लोकतांत्रिक गणराज्य के पहले हाउस आफ रिप्रेजेंटेटिव्स और प्रांतीय विधानसभाएं कितनी सफल थीं?
- संघीयता आने के बाद जो केन्द्र सरकार काम नहीं कर सकी वो काम प्रदेश सरकार करे। हमारे प्रदेश में शिक्षा, स्वास्थ्य, बेरोजगारी जैसी समस्याओं पर काम होता तो जनता के जीवन स्तर में सुधार आती। शिक्षा की स्थिति बहुत खराब है। इसको बुस्ट अप करने के बजाय कमिशन और स्वार्थ के खेल में लुप्त रहे। जीरो प्रतिशत काम हुआ। 75 प्रतिशत बजट फ्रिज करवाते हैं। कोई भी आईडियोलोजी लेकर काम नहीं किया।
पहली संसद और राज्य विधानसभा द्वारा किए जाने वाले मुख्य कार्य क्या हैं?
- प्रतिनिधि सभा द्वारा संविधान में परिवर्तन लाना। कोई बिल पास कराना। सभी देषों के साथ षान्ति काम करना। लेकिन बहुमत पर बिल पास होता है।
आपके विचार में इस देश में संघीय व्यवस्था क्यों आवश्यक थी?
- संघीयता बहुत आवश्यक है। बिना संघीयता के ग्रास रूट में विकास संभव नहीं है। लेकिन संघीयता के नाम पर कुर्सी पर जाना, संघीयता के नाम पर मन्त्री, सानिध्य बनना गलत उपज है। इससे संघीयता संकट में है। संघीयता एक सफेद हाथी जैसा हो गया है।
आपके विचार से संघीय व्यवस्था के संस्थागत विकास में कितनी प्रगति हुई है?
- यह सरकार किसी भी तरह का विकास नहीं कर पाई है।
राजनीतिक दलों के गठबंधन में इतने बदलाव क्यों हैं? क्या यह स्वस्थ और सुखद है?
- कुर्सी में पहुॅंचने के लिए राजनीतिक गठबंधन किया गया है जो कि दुखद है।
क्या आपने अनुभव किया है कि देश, राज्य, जिला और स्थानीय स्तर पर आर्थिक विकास में कौन सी बाधाएँ आती हैं?
- आर्थिक स्तर पर वृद्धि योजना करने के लिए कोई कार्य योजना नहीं हो पायी है। यह देश ऋृण रेमिटेन्स पर चल रहा है। केन्द्र की योजना किस तरह से तय की जा रही है? विदेश पर हम निर्भर हैं। चावल-दाल पर दूसरे देश पर आश्रित हैं। ऐसे में आर्थिक विकास कैसे संभव है। देश का उत्पादन नहीं बढ़ा पा रहे हैं। बेरोजगारी समस्या यथावत है।
विधानसभा सदस्य के रूप में, आप अपने चुनावी क्षेत्र को किस तरह देखते हैं?
- बेरोजगारी, शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि को प्राथमिकता दी जाएगी।
नागरिकता प्रमाण पत्र विधेयक पर अंतर्विरोध का क्या कारण हो सकता है?
- सब वोट की राजनीतिक महत्वकांक्षाएं हैं। मधेश में वोट बैंक बढ़ाने के लिए इस पर काम किया गया। एमाले पहाड़ में अपना वोट बैंक बढाने के लिए विरोध किया। दोनों पार्टी दोनों तरफ से मात्र रोटी सेंकने का कार्य किया। विधेयक पास करने की यदि मंशा होती तो शुरू से इस पर काम करते ना।
पार्टियों द्वारा चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन और चुनाव आयोग के स्पष्टीकरण की इतनी सारी खबरों का कारण क्या है?
- जितना भी कार्रवाई हो रहा है वो जनमत पार्टी के नाम पर हो रहा है। कार्तिक 18 गते से पहले जगह-जगह पर आम सभा हुआ। निर्वाचन आयोग का ध्यान आकर्षण नहीं हुआ। अन्य पार्टी सब आचारसंहिता का खुलेआम उल्लंघन करते हैं।
आपको ही मत दिए जायं इसका कोई दो कारण बताएं?
- हमें वोट देने पर हम बच्चों के शिक्षा, स्वास्थ्य में अमूल्य परिवर्तन लाएंगे। सबों का स्वास्थ्य में पहुॅंच होगा। अभी स्वास्थ्य क्षेत्र की बात करें तो अस्पताल रेफर सेन्टर बन गया है। कृषि र बेरोजगार की समस्या दूर करेंगे।
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