शर्मनाक: पंचों के फैसलों से दुःखी होकर बलात्कृत युवती ने की आत्महत्या
यह घटना अक्सर सुनने को मिलता रहता है कि बलात्कार की पीड़िता के साथ पंचों ने समझौता कर मामले को रफा-दफा कर दिया है। लेकिन जब यही समझौता या एक तरफा फैसला किसी पीड़िता की जान ले लें तो आप क्या कहेंगे?
जी हां, समाज को शर्मसार कर देने वाली एक ऐसी ही घटना घटी है नेपाल के सप्तरी जिला के डाकनेश्वरी नगरपालिका के वार्ड संख्या 7 के ललितपुर में। जहां पहले तो 17 वर्षीया पीड़िता के साथ सामूहिक बलात्कार किया गया फिर उनके परिवार पर दबाव दिया गया कि मामले को पैसा ले-देकर रफा-दफा किया जाए और पुलिस कार्यालय जाने की जरूरत नहीं है। लेकिन पंचों के एकतरफा फैसलों से दुःखी होकर पीड़िता ने आत्महत्या कर ली।
कहा जा रहा है कि बलात्कृत स्थानीय किशोरी को न्याय दिलाने की बजाय समाज के इन अगुवाओं ने सुलह के लिए पीड़ित पक्ष पर दबाव दिया। पंचों ने कहा कि आप पुलिस स्टेशन मत जाओ और 55000 रूपए लेकर मामले को रफा-दफा करो। यह कहते हुए पंचों ने उसे पुलिस स्टेशन जाने के लिए रोका और गालियां दी।
यह मामला तब प्रकाश में आया जब पंचों के फैसलों से मर्माहित होकर पीड़िता किशोरी ने आत्महत्या कर ली। इस घटना के साथ ही बलात्कार के आरोपी फरार हो गए। आरोपितों में 18 वर्षीय रंजित मण्डल, 19 वर्षीय बबलू मण्डल, 30 वर्षीय धर्म मण्डल और 35 वर्षीय विष्णु मण्डल फरार बताए जा रहे हैं। उधर पीड़िता को पुलिस कार्यालय जाने से रोक लगाने और क्षतिपूर्ति भरने जैसा निर्णय देने के आरोप में गांव के पंचों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। इन पंचों में जयकान्त मण्डल, वासुदेव मण्डल, सत्यनारायण मण्डल शामिल है।
बता दें कि सोमवार यानि 14 सितंबर की सुबह किशोरी के साथ बलात्कार किया गया था। उसके बाद पीड़िता और उसकी मां को पुलिस कार्यालय जाने से रोका गया।
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