चिंताजनक: ‘सावन’ में प्रतिदिन 22 लोगों ने की आत्महत्या
वहीं पिछले आर्थिक वर्ष की बात करें तो, नेपाल के आर्थिक वर्ष 2076-77 में 6,241 लोगों ने आत्महत्या की। यानि कि प्रति दिन के हिसाब से इसे देखा जाए तो नेपाल पुलिस के इस तथ्यांक के हिसाब से एक दिन में 17 से अधिक लोगों ने आत्महत्या किया। जबकि इसके ठीक पहले के आर्थिक वर्ष में प्रतिदिन 15 लोगों ने अपनी जान गंवायी। नेपाल पुलिस के अभिलेख अनुसार, आर्थिक वर्ष 2075-76 में 5,754 लोगों ने आत्महत्या किया था।
यदि विश्व स्वास्थ्य संगठन की बात करें तो विश्व में सबसे अधिक आत्महत्या करने वाले देशों में नेपाल का सातवां स्थान हैै। पहले से इसकी तुलना करें तो वर्तमान में आत्महत्या के कारकों में कोरोना वाइरस सबसे बड़ा कारक बनकर उभरा है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के आंकड़ों के अनुसार हर 40 सेकेंड में एक व्यक्ति आत्महत्या करता है। हर साल लगभग 8 लाख से ज्यादा लोग आत्महत्या कर लेते हैं। जबकि इससे भी अधिक संख्या में लोग आत्महत्या की कोशिश करते हैं। इससे पता चलता है कि आज के टाइम में लोगों में कितना ज्यादा मानसिक तनाव है। इस डेटा के मुताबिक दुनियाभर में 79 फीसदी आत्महत्या निम्न और मध्यवर्ग वाले देशों के लोग करते हैं।
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